बेरूत : सीरिया की राजधानी दमिश्क में रूस के हवाई हमले में विद्रोही संगठन जाएश अल इस्लाम का सरगना जहरान अलौश मारा गया है। अल घाउता क्षेत्र में जाएश अल इस्लाम का आधिपत्य बना हुआ है। हमले के समय यह व्रिदोही प्रमुख अल घाउता के मार्जे क्षेत्र में मौजूद था। जहरान अलौश की मौत से विद्रोही संगठन को तेज़ झटका लगा। पश्चिमी खुफिया संगठनों के अनुसार जाएश अल इस्लाम बड़ा विद्रोही संगठन कहा जाता है। जिसके पास करीब 15 से 20 हज़ार लगड़े मौजूद हैं। बीते 30 सितंबर से रूस द्वारा फिर से हवाई हमले किए गए। तभी से विभिन्न विद्रोही नेता हवाई हमले में मारे गए। रूस ने दावा किया है कि वे इस्लामिक स्टेट को अपना निशाना बनाकर हवाई हमले करने में लगा है। विद्रोही सूत्रों द्वारा कहा गया है कि रूस ने विद्रोही संगठन के गुप्त मुख्यालय पर निशाना साधा गया। इस दौरान रूस ने 10 मिसाईल दागी। सीरियाई सेना द्वारा यह भी कहा गया कि सूचना मिलने पर इस तरह के हमले किए गए थे। विद्रोहियों के अनुसार रूस के उच्च तकनीकी विमान हर समय यहां पर फेरा लगाते रहते हैं। कमांडर की जगह खाली होने के बाद विद्रोही संगठन अबू हम्मान अल बुवैदानी को नया नेता चुना गया है।