फेसबुक के बाद अब यूट्यूब पर आरोप

दिल्ली: फेसबुक के बाद अब यूट्यूब भी डाटा इकट्ठा करने के आरोप में बुरी तरह से फंस गई है. चाइल्ड सेफ्टी ऑर्गनाइजेशन ग्रुप्स ने US फैडरल ट्रेड कमीशन में एक शिकायत दर्ज कर दावा किया है कि YouTube Kids प्लैटफोर्म के जरिए बच्चों के डाटा को कलैक्ट किया जा रहा है व कम्पनी 13 वर्ष से छोटे बच्चों को भी एडवर्टाइजमेंट दिखा रही है. 

बता दें कि ऑनलाइन प्राइवेसी एक्ट के तहत बच्चों का डाटा इकट्ठा करने पर मनाही है. जिससे यह पता चलता है कि यूट्यूब अपनी जिम्मेदारी भूल गई है. शिकायत दर्ज करने वाले ग्रुप्स के गठबंधन में 23 चाइल्ड अडवोकेसी, कन्जयूमर व प्राइवेसी ग्रुप्स आदि शामिल हैं. शिकायत में दावा किया है कि 13 वर्ष से छोटे बच्चों की पर्सनल जानकारी जैसे लोकेशन, वह कौन सी डिवाइस का उपयोग कर रहा है व फोन नम्बर आदि को इकट्ठा किया जा रहा है.

यूट्यूब किड्स एप को वर्ष 2015 में लॉन्च किया गया था और कुछ ही दिनों में यह बच्चों में काफी लोकप्रिय भी हो गई थी. इस शिकायत में ग्रुप्स ने दावा किया है कि अमरीका में 6 से 12 वर्ष के 80 प्रतिशत बच्चे इसका उपयोग करते हैं. इस खास यूट्यूब किड्स एप के जरिए बच्चे नर्सरी राइम्स और किड्स सॉन्ग्स को सुनना काफी पसंद करते हैं. इसके 15.9 मिलियन सब्सक्राइबर हैं. इस एप में अलग से सर्च कन्ट्रोल ऑप्शन दी गई है जो वीडियोज़ को आसानी से सर्च करने में भी मदद करती है.

एचडी डिस्प्ले के साथ कूलपैड का मेगा 4A फ़ोन भारत में लॉन्च

ई कॉमर्स साइट्स पर बड़ी सेल, ये ऑफर्स हैं ख़ास

अमेजन इको को टक्कर देगा, एप्पल का नया स्मार्ट स्पीकर

 

Related News