योगी का असर : 100 साल में पहली बार बंद हुई ऐतिहासिक मशहूर टुंडे कबाब की दुकान

लखनऊ। उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्ववाली सरकार द्वारा बूचड़खानों को बंद किए जाने की कार्रवाई की जा रही है। इसका यह असर हुआ है कि राज्य की राजधानी लखनऊ में लोकप्रिय प्रतिष्ठान टुंडे कबाब को बंद रखना पड़ा। दरअसल जानकारी मिली कि यहां पर भैंस के मांस से पका कबाब परोसा जा रहा था। इसके बाद इस प्रतिष्ठान को बंद कर दिया गया। प्राकृतिक आपदा और अन्य आपदाओं के अलावा 100 वर्ष में कभी ऐसा नहीं हुआ था कि टुंडे कबाब को बंद कर दिया गया हो।

कहा जा रहा है कि प्रशासन द्वारा दस्तावेज सही नहीं होने की बात कहकर इसे बंद कर दिया। दरअसल बिना लाइसेंस वाले बूचड़खानों को बंद कर दिया गया है। योगी आदित्यनाथ ने चुनाव में वादा किया था कि अवैध बूचड़खानों को बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में सरकार बनने के बाद इन्हें बदं करने की कार्रवाई की जा रही है।

अब टुंडे कबाब की दुकान पर स्टीकर लगे मिल रहे हैं चिकन कबाब और मटर। प्रतिष्ठान के मैनेजर अबु बकर ने कहा है कि यहां पर भैंस के मांस से तैयार कबाब के सेवन के लिए लोग आया करते थे। उनका कहना था कि इस बात में संशय है कि लोग अब यहां पर चिकन कबाब के लिए आऐंगे। लोगों को यहां पर 30 रूपए में ही कबाब मिल जाता था मगर अब चिकन कबाब के लिए करीब 50 रूपए या 70 रूपए देने पड़ सकते हैं साथ ही मटन भी महंगा हो सकता है।

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