रियो के अपने अंतिम सफर से पहले स्वर्ण पदक जीतना चाहता हूंः योगेश्वर

नई दिल्ली : पहलवान योगेश्वर दत्त अपनी ओलंपिक यात्रा का अंत रियो खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर करना चाहते है। उनका कहना है कि वो अपने इस अंतिम पदक को यादगार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता रह चुके योगेश्वर इन दिनों रियो की तैयारियों में व्यस्त है।

रियो डि जिनेरियो में योगेश्वर 65 किग्रा भार वर्ग में भाग लेंगे। योगेश्वर ने ये बातें भारतीय ओलंपियन्स संघ के लांच के मौके पर कही। इस दौरान उन्होने कहा कि यह मेरा चौथा और अंतिम ओलिंपिक होगा। रियो जाने से पहले सभी खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दी।

पीएम से मुलाकात के बारे में 33 वर्षीय पहलवान ने कहा कि पीएम से मुलाकात अच्छी रही। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। इससे हम सबका उत्साह बढ़ा है। मानेकंशा केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने प्रत्येक खिलाड़ियों से बात की और उन्हें खेलों के महापर्व के लिए शुभकामनाएं दी। अपनी तैयारियों के बारे में बात करते हुए पहलवान ने कहा कि मैं रोजाना 5-6 घंटे अभ्यास करता हूं।

इस प्रैक्टिस के दौरान मैं जिम में भी समय बिताता हूं। आगे योगेश्वर दत्त ने कहा कि अब तक मेरे पांच ऑपरेशन हो चुके है। लेकिन इसके कारण मेरी तैयारियों में कमी नहीं है। योगेश्वर से पूछा गया कि क्या वह रियो के बाद संन्यास ले लेंगे तो उन्होंने 2018 तक खेलते रहने की संभावना से इनकार नहीं किया।

उन्होंने कहा कि यह मेरी फिटनेस पर निर्भर करता है। यदि मैं फिट रहा तो 2018 तक खेलता रहूंगा। उन्होंने कहा कि संन्यास लेने के बाद उनकी योजना अपने गांव के करीब कुश्ती अकादमी खोलने की है। पांच बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी एम सी मेरीकौम ने कहा कि मैं खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए विशेष तौर पर इस कार्यक्रम के लिए आई हूं।

इस बार कम मुक्केबाज रियो के लिए केवल तीन मुक्केबाज क्वालीफाई कर पाए हैं लेकिन हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे। बता दें कि मेरीकौम भी रियो के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई थी।

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