शिव सेना ने राजग प्रत्याशी को समर्थन देने से इंकार किया

नई दिल्ली : जैसे कि पहले ही सम्भावना जताई जा रही थी कि शिव सेना द्वारा राष्ट्रपति चुनाव में अपनी ओर से सुझाए गए व्यक्ति को प्रत्याशी न बनाए जाने पर बगावत कर सकती है.ठीक वैसा ही हुआ. केंद्र और महाराष्ट्र में सरकार की सहयोगी शिवसेना ने एनडीए उम्मीदवार राम नाथ कोविंद को समर्थन देने से इंकार कर दिया है. शिव सेना के इस फैसले से राजग को बहुत बड़ा झटका लगा है.अब शिव सेना के साथ मान -मनोव्वल का दौर शुरू होगा.

बता दें कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर कोई सिर्फ वोटबैंक के लिए दलित को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना रहा है तो हम उनके साथ नहीं हैं.अपनी पुरानी बात को पकड़ कर बैठी शिव सेना ने फिर कहा कि मोहन भागवत हमारी पहली पसंद हैं अगर किसी को उनसे आपत्ति है तो हमने एमएस स्वामीनाथन का नाम भी सुझाया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम भी मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं. पता ही है कि महाराष्ट्र में कृषि संकट के चलते कर्ज माफी के लिए किसानों के आंदोलन के बाद राज्य में मध्यावधि चुनाव होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. इसी पर दोनों दल एक दूसरे को मध्यावधि चुनाव की धमकी दे रहे हैं.

गौरतलब है कि राजग ने 72 वर्षीय रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. राम नाथ कोविंद अभी बिहार के राज्यपाल हैं. कोविंद के नाम की घोषणा बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने की. बीजेपी और एनडीए को उम्मीद है कि अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़े होने के कारण कोविंद के नाम पर वो कांग्रेस सहित विपक्ष की सहमति भी हासिल करने में सफल रहेंगे.लेकिन अब शिव सेना के नए रुख से राजग की चिंताएं बढ़ गई हैं.

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