अपने ही कलेजे के टुकड़े को कुंऐं में फैंका

जयपुर। एक मां ने अपने दिल पर पत्थर रखकर एक मां को केवल इसलिए कुंए में फैंक दिया क्योंकि वह उसकी बीमारी का उपचार करवाने में सक्षम नहीं थीं। देश में इतने मेडिकल संस्थान, शासकीय चिकित्सालय और अन्य सुविधाऐं संचालित की जाती हैं लेकिन इस वाकये से सब बेईमानी साबित होती हैं। यह वाकया सत्य घटना पर आधारित है। दरअसल मनसरोवर क्षेत्र की खुशी विहार काॅलोनी में अपनी ही बच्ची को कुंऐं में फैंकने पर यह महिला बहुत ही मजबूर रही। पिता जब घर लौआ तो बच्ची को न पाकर उसके बारे में सवाल करना पड़ा। मां बच्ची की मौत को छुपाती रही।

जिसके बाद बच्ची की गुमशुदगी को लेकर मानसरोवर थाने में इसकी सूचना दी गई। पुलिस द्वारा मामले का खुलासा किया गया। मिली जानकारी के अनुसार महिला सीमा खुशी विहार काॅलोनी में पति राजेश पासवान के साथ निवास करती थी। राजेश काम पर निकला और शाम को लौटा तो उसे बेटी घर पर नहीं मिली। जिसके बाद परिवार के सभी सदस्य बच्ची की खोजबीन में लग गए। उसकी बहुत खोजबीन की गई। राजेश के भाई ने उसे बच्ची मां के पास होने की जानकारी दी। मगर बच्ची के बारे में मां ने बहाना बना दिया।

इसके बाद उसने कहा कि वह बच्ची के मरने के बाद उसे कुंए में फैंक आई लेकिन जब बच्ची का पोस्टमार्टम किया गया तो बच्ची को कुंऐं में गिरने से पहले उसके जिंदा होने की संभावना जताई। जब महिला से पूछताछ की गई तो उसने कहा कि यह प्री - मेच्योर बेबी था। बच्ची बार - बार बीमार हो जाती थी उसके उपचार के लिए उसके पास पैसे नहीं थे इसलिए उसने उसे कुंए में फैंक दिया। 

Related News