महिला को बाँधा खुली जगह पर, बारी-बारी से करते रहे गैंगरेप

शिवपुरी : मध्यप्रदेश के शिवपुरी (ग्वालियर) जिले के एक गांव में एक आदिवासी समाज की महिला के साथ दरिंदो ने दो दिन तक गैंगरेप किया. वह पीड़ित महिला अपने छोटे बच्चों और आँखों से असक्षम, सास व ससुर के साथ अकेली रहती है. उस पीड़ित महिला को बालो को पकड़कर खींचते हुए गांव के बीच में ले गए। उन दरिंदो ने उसे खुली जगह पर एक पेड़ से बांध दिया और बारी-बारी से उसका गैंगरेप करते रहे, इन दुष्कर्मियो की दरिंदगी को देखने के बावजूद भी 70 घरो के इस गांव से इन आरोपियों को रोकने के लिए किसी ने भी आवाज नहीं उठाई. और न ही किसी ने पुलिस को खबर की.पुलिस ने सभी दुष्कर्मी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और उनका अब डीएनए कराया जा रहा है. उन दरिंदो की इस दर्दनाक कहानी के चलते उन्होंने इसको दोबारा दोहराया, उस महिला को झोपडी से खीच कर लाना और दुष्कर्म करने के बाद उसे उसके घर के आगे फैंक देना. उसके बाद तीसरे दिन पीड़ित महिला खुद हिम्मत करके किसी तरह भागते हुए पुलिस स्टेशन पहुंची. तब जाकर यह केस पता चला, जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर ग्राम पंचायत ठेवला के मजरा कैमरारा में इन दिनों सन्नाटा छाया हुआ है।

मंगलवार को गांव के चौक पर कई लोग इकट्ठे हुए पर इस मामले के बारे में बताने के लिए कोई भी तैयार नहीं था. दुष्कर्म पीड़िता की जेठानी ने कहा की घटना से एक दिन पहले बस्ती में रहने वाली अशोक की पत्नी रामकटोरी दौड़ती हुई मेरी देवरानी की झोपड़ी में गिर गई थी। उसके बोल ऐसे थे "मैं माता हूं और इसमें रहने वाली डायन है, ये सबको मार देगी, सबको खा जाएगी"। इसके बाद मेरी देवरानी पर अत्याचार होना शुरू हो गए, हमारे घर में कोई मर्द नहीं है।

गांव में रहने वाले पीड़ित परिवार की महिलाओं के छोड़कर कोई भी मामले में अपना बयां देने को तैयार नहीं,गांव के चबूतरे के पास रहने वाले एक महिला-पुरुष से जब सवाल पूछा गया तो वे बोले कि हम तो काम करने बाहर गए थे, रात में ही लौटकर आए। आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराया गया है जो इन्वेस्टिगेशन का एक पार्ट है। हम बहुत जल्दी इस मामले में सभी जरूरी कार्रवाई पूरी करके चालान पेश करेंगे। काफी कुछ बातें अभी इसमें हैं, जो इन्वेस्टिगेशन के दौरान सामने आ जाएँगी, इस मामले में कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून अपना काम पूरा करेगा।

Related News