जो आँखों के सामने होते हैं उनकी हम परवाह नहीं करते जो आँखों से दूर होते हैं उन्हें बड़ी शिद्दत से याद करते हैं पर उनको बताना बहुत मुश्किल होता है कि हम उन्हें प्यार बहुत करते हैं कहें भी कैसे हम कुछ उन्हें हम तो खुद पर भी ऐतवार नहीं करते हाले दिल का भी बयाँ नहीं करते हम उनसे हम शायद डरते हैं वो किसी और से प्यार करते हैं