मेरा सम्मान भारत का सम्मान

चीन : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले दिन चीन की यात्रा पर पहुंचे जहां उन्होंने टेराकोटा स्मारक और द जिनशांग मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोपहर में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भेंट की। औपचारिक भेंट में दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हाथ मिलाकर अभिवादन किया। जिसके बाद दोनों नेताओं ने एक दूसरे से चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सम्मान पर कहा कि मेरा सम्मान भारत का सम्मान है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई चर्चा में दोनों राष्ट्रों के समन्वय के साथ आपसी हितों को आगे बढ़ाने और विकासवादी अवधारणा पर चलने की बात की गई। इस दौरान शियान में हुई मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन से स्किल डेवलपमेंट पर चर्चा की। साथ ही चीन द्वारा भारत में निवेश के अवसरों को बढ़ाए जाने का जिक्र किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग को बौधि पौधा उपहार में देने का जिक्र भी किया।

दरअसल यह पौधा संपूर्ण विश्व में शांति की पहल किए जाने के प्रतीक के तौर पर दिया जाएगा। इस माध्यम से अपील की जाएगी कि चीन भी विश्व में शांति कायम करने में अपनी अहम भूमिका निभाए। यही नहीं दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर भी भारत ने अपना पक्ष रखा और इसे आपसी सहमति से हल करने की बात कही।

उल्लेखनीय है कि भारत चीन से करीब 64 करोड़ के समौते कर सकता है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस तरह का स्वागत किया गया उसके लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। मेरा सम्मान भारत का सम्मान है। उन्होंने टेराकोटा स्मारक का भी उल्लेख किया। उल्लेखनीय है कि यहां भारत अपने देश में चीन के सहयोग से चलाई जाने वाली बुलेट रेल प्रोजेक्ट पर भी चर्चा करेगा।

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