क्यों आए 18 लाख जमाकर्ता जाँच के घेरे में

नई दिल्ली : जिन लोगों ने नोटबंदी के दौरान अपने बैंक खातों में ज्यादा राशि जमा कराई लेकिन अभी तक आईटी रिटर्न नहीं दिया ऐसे लोग अब आयकर विभाग के निशाने पर रहेंगे. स्वच्छ धन अभियान' के ऑनलाइन सत्यापन के पहले चरण के तहत जुटाई गई जानकारियों के आधार पर 18 लाख लोगों की सूची बनाई गई है. आयकर विभाग जनवरी से ऐसे आयकरदाताओं का आकलन शुरू करेगा.

उल्लेखनीय है कि जिन्होंने नोटबंदी की अवधि 8 नवंबर से 30 दिसंबर, 2016 के दौरान अपने बैंक खातों में काफी नकदी जमा कराई है, लेकिन उन्होंने अभी तक 2017-18 के आकलन वर्ष के लिए आयकर रिटर्न जमा नहीं कराया है. सीबीडीटी ने ऐसे लोगों को टैक्स अधिकारियों से नोटिस भेजने को कहा है.

बता दें कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने टैक्स अधिकारियों से कहा है कि ऐसी इकाइयों को नोटिस भेजने का काम 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाए. नोटिसों का जवाब मिलने के बाद आयकर विभाग इन लोगों के खिलाफ पूर्ण आकलन की प्रक्रिया शुरू करेगा. जिन लोगों ने अपने कालेधन को सफेद दिखाने और टैक्स चोरी की कोशिश की है, उनके खिलाफ केस चलाया जाएगा. स्मरण रहे कि नोटबंदी के दौरान सरकार ने लोगों को आगाह किया था कि अपने बैंक खातों में किसी अनजान आदमी की बड़ी राशि जमा न कराएं. लेकिन तब किसी ने ध्यान नहीं दिया. अब ऐसे लोग घिरेंगे.

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