हो सके तो दिलों में रहना सीखो… गुरुर में तो हरकोई रहता है. समय दिखाई नहीं देता साहब, लेकिन बहुत कुछ दिखा जाता है. हारना तब जरूरी हो जाता है, जब लड़ाई अपनों से हो, और जितना तब जरूरी हो जाता है, जब लड़ाई अपने आप से हो. जब जरुरत के समय काम आने वाला अपना ही पैसा बदल जाता है… तो अपनों की बात करें. काँटा हूँ मैं जिसे चुभ जाता हूँ उसी का हो जाता हूँ, फूल नहीं हूँ जिसे हर भंवरा चूमता फिरे. दिल में चाहत का होना जरूरी है…वरना…याद तो रोज दुश्मन भी करते हैं…! कोशिश तो अंतिम क्षण तक करनी चाहिए, सफलता मिले या तजुर्बा, दोनों ही चीजें नायाब है. हम तो अपने दुश्मनों को भी चाहते है क्योकिं उन्ही के कारण तो publicity पाते है. वक़्त ने सिख दी हमे होशियारी वरना हम भी मासूमियत की हद तक मासूम थे. अंधेरे को कोसने से बेहतर है कि खुद ही एक दिया जला ले. बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते है, किंतु बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है. समय दिखाई नहीं देता, लेकिन बहुत कुछ दिखा जाता है. प्रीत ना करिये पछी समान जल सुखे उड़ जाये, प्रीत करिये मछली जैसी जल सुखे मर जाये. यहाँ किराये पर मिलता है दहेज़ इस म्यूज़ियम में है अर्श से लेकर फर्श तक केवल कलाकारी 'अंडा पहले आया या मुर्गी' वाले सवाल को छोड़ अब इस सवाल में उलझे लोग