बुद्ध पूर्णिमा पर क्या करें और क्या न करें? यहां जानिए

वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि पर कई शुभ योग बन रहे हैं. वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) के तौर पर मनाई जाती है. वर्ष 2023 में बुद्ध पूर्णिमा 5 मई, दिन शुक्रवार को पड़ रही है. इस दिन वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण भी लग रहा है. बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2023) पर चंद्र ग्रहण 5 मई की रात को 8 बजकर 45 मिनट से लगेगे जो देर रात 1 बजे समाप्त होगा. वैसाखी पूर्णिमा पावनता की त्रयी है. इस पुनीत तिथि को ही बुद्ध का अवतरण हुआ, आत्मज्ञान अर्थात बोध हुआ तथा महापरिनिर्वाण हुआ. ऐसे में बुधपूर्णिमा के शुभ अवसर पर भूमि, भवन और वाहन की खरीद के साथ ही पदभार ग्रहण करना बहुत ही शुभ माना जाता है. 

बुद्ध पूर्णिमा पर क्या करें? * इस तरह करें स्नान:- प्रातः काल स्नान के पूर्व संकल्प लें इसके पश्चात् पहले जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें. फिर स्नान करना शुरू करें. स्नान करने के पश्चात् सूर्य को अर्घ्य दें. साफ वस्त्र या सफेद वस्त्र धारण करें, फिर मंत्र जाप करें. * इस दिन इन मंत्रों का जाप देता है समृद्धि:- "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः" " नमः शिवाय" "ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः" * मंत्र जाप के पश्चात सफ़ेद वस्तुओं एवं जल का दान करें. * चाहें तो इस दिन जल और फल ग्रहण करके उपवास रख सकते हैं.

बुद्ध पूर्णिमा पर इन कामों से बचें:- इस दिन मांसाहार का परहेज होता है क्योंकि बुद्ध पशु हिंसा के विरोधी थे.  झूठ बोलने एवं धोखा देने से बचें. इस दिन किए गए अच्छे कार्यों से पुण्य की प्राप्ति होती है.  पक्षियों को पिंजरे से मुक्त कर खुले आकाश में छोड़ा जाता है.

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