वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति पद के दावेदार बिजनेसमैन ने कहा है कि वो अमेरिकी सैनिकों को आईएसआईएस से लड़ने के लिए भेजने के पक्ष में नहीं है। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि वो आईएसआईएस से लड़ने के लिए हजारों अमेरिकी सैनिकों को वहां नहीं भेजना चाहते है, लेकिन वो वहां हवाई हमला करने के पक्षधर है। अमेरिका को नाटों में अपनी भूमिका पर भी विचार करने की जरुरत है। ट्रंप ने बताया कि सेना के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि आईएस से लड़ने के लिए उन्हें 2-3000 जवानों की जरुरत है। उनका कहना है कि हवाई हमले के लिए कुछ सैन्य सहायता देना सही है, लेकिन 3000 सैनिकों को लड़ने के लिए नहीं भेजा जा सकता। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने इराक में 2 ट्रिलियन सहित मिडिल ईस्ट देशों में कई ट्रिलियन खर्च किए है। एक ओऱ अमेरिका सिसक रहा है। हमारे पास अच्छी सड़कें नहीं है, अस्पतालों की हालत खस्ता है, एयरपोर्ट भी दुनिया के तीसरे दर्जे के है, अर्थव्यवस्था गिर रही है, व्यापार नीति अच्छी नहीं है, हमारी स्वास्थ सेवाएं ठीक नहीं है, हमारा सुरक्षा तंत्र सही नहीं है और दुनियाभर से अपराध में दोषी लोग आसानी से अमेरिका में घुस रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि हमें इस ओर ध्यान देना होगा, हमें स्मार्ट बनना पड़ेगा नहीं तो हम बहुत दिनों तक एक देश के रूप में नहीं रह पाएंगे।