ग्वालियर : मध्यप्रदेश में व्यापमं के PMT फर्जीवाड़े के तहत जेल की हवा खा रहे सभी 71 आरोपियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से अपनी इच्छा मृत्यु की मांग की है. यह सभी आरोपी ग्वालियर की केन्द्रीय जेल में बंद है. इन सभी आरोपियों ने अपने परिवार के सदस्यों के द्वारा सामूहिक रूप से भेजे गए पत्र में उल्लेख किया है की हमे राष्ट्रपति इच्छा मृत्यु दे या फिर जमानत दे. इसके साथ साथ इन्होने व्यापमं की प्रक्रिया में असामनता का भी जिक्र किया है. उनका कहना है की वे लगभग एक वर्ष से जेल में बंद है जबकि ऐसी ही धाराओ व इन आरोपों में जबलपुर, भोपाल सहित अन्य स्थानों पर कुछ ही दिनों में सेशन एवं उच्च न्यायालय द्वारा जमानत की राहत दी गई है। इस मुद्दे में जेल में बंद एक चिकित्स्क ने कहा की सिर्फ मेमोरेंडम के आधार पर कोरे कागजों पर जबरन हस्ताक्षर कराकर SIT ने उन्हें दोषी बनाकर पेश किया है, जबकि हकीकत में जो इस मामले में लिप्त थे, उन्हें छोड़ दिया गया है, जो की सरासर रूप से गलत है. इसमें आरोपियों ने कहा की SIT टीम ने अपने पद का इस दौरान जबरदस्त रूप से दुरूपयोग किया है. SIT ने लोगो से जमकर राशि इकट्ठा की।