VHP ने किया आर्ट आॅफ लिविंग का समर्थन

नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद ने एनजीओ और आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट आॅफ लिविंग के यमुना नदी के किनारे होने वाले आयोजन को लेकर संस्थान पर जुर्माना आरोपित किए जाने का विरोध किया है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा पर्यावरण मुआवजे के तौर पर 5 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाए जाने को जजिया कर ही बता दिया गया है।

विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन ने अपने एक बयान में कहा कि किसी अपराध के बिना धार्मिक व्यक्ति पर जुर्माना आरोपित करना जजिया कर की याद दिलवाता है।  उल्लेखनीय है कि मुगलकाल के दौरान इस तरह के कर को आरोपित किए जाने का निर्णय लिया गया। विहिप ने कहा है कि एनजीटी को इस तरह से जुर्माने का आरोपण नहीं किया जाना चाहिए। दरअसल यह संस्था भी संस्कृति के उन्नयन के लिए कार्य करती है साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देती है।

हालांकि इस मामले में एजीटी ने पहले भी कहा है कि संस्थान को जुर्माना भरने के लिए जो समय दिया गया है उस समय तक जुर्माना नहीं भरा गया तो संस्थान पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर ने इस मामले में यह कह दिया है कि संस्था जुर्माना नहीं भरेगी बल्कि कानून का रास्ता अपनाएगी।

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