धौलपुर महल था सरकारी संपत्ति, मोदी क्यों बने हुए है मौनेंद्र' : कांग्रेस

नई दिल्ली: आईपीएल के पूर्व कमिश्नर और भ्रष्टाचार के आरोपी ललित मोदी की सहायता कर विवादों में घिरी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर कांग्रेस ने बड़ा हमला बोला है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वसुंधरा और उनके परिवार पर सरकारी महल पर कब्जा करने का आरोप लगाया. जयराम रमेश ने कहा, ' धौलपुर का महल सरकारी संपत्ति वसुंधरा है लेकिन उनके बेटे दुष्यंत और ललित मोदी ने इसे अपने कब्जे में ले लिया'

 2010 तक धौलपुर महल था सरकारी संपत्ति

रमेश बोले कि 2010 तक सरकारी संपत्ति रहे धौलपुर के महल को 2013 में अपने हलफनामे में वसुंधरा ने इसे निजी संपत्ति बताया है. उन्होंने कहा, ''नियंत कंपनी (वसुंधरा के परिवार की कंपनी) और आनंदा हेरिटेज कंपनी (ललित मोदी की कंपनी) ने एक साथ इस महल को निजी बना लिया और इसमें 100 करोड रुपए का भारी निवेश किया. इस होटल में वसुंधरा के नाम पर 3280 शेयर, 2025 शेयर दुष्यंत, 3225 शेयर निहारिका (वसुंधरा की बहू) और ललित मोदी के 515 शेयर लगे हुए है' जयराम रमेश ने कहा कि 1954, 1955, 1977,1980, 2010 बीते 60 वर्षो में करीब छह बार इन दस्तावेजों में दर्ज है कि धौलपुर का महल सरकारी संपत्ति में निहित है. 1980 में वसुंधरा राजे के पति ने भी कोर्ट में अपना बयान दिया था कि धौलपुर का महल सरकारी संपत्ति है. लेकिन राजस्थान सरकार ललित मोदी के साथ इस संपत्ति का निजी प्रयोग करके लाभ अर्जित कर रही है.

मोदी को कहा 'मौनेंद्र'

कांग्रेस ने वसुंधरा के बहाने पीएम नरेंद्र मोदी को फिर से निशाना बनाया है. पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री को अब तो मौनव्रत तोड़ देना चाहिए. रमेश ने प्रधानमंत्री को मौनेंद्र की संज्ञा देते हुए कहा, "वे अब मौन तोड़ें और वसुंधरा को पद से स्थगित करे.

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