उसे ही याद रखता हूँ

वह दिल से बात जो कहदे उसे ही याद रखता हूँ  गमी हाे या खुशी हाे फिर मुकददर साथ रखता हूँ! किया था कुछ अजब अंदाज से उस ने कतल मेरा करामाती निगाहाें का वह नशतर याद रखता हूँ !

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