अमेरिका ने ओसामा को मारा था, पाकिस्तान ने तब क्यों साधी थी चुप्पी : शिवसेना

'म्यांमार ऑपरेशन' में उग्रवादियों को ढेर करने के बाद भारत के खिलाफ पाकिस्तान की टिप्पणियों के जवाब में निशाना साधते हुए शिवसेना ने आज कहा कि पड़ोसी देश को इस तरह का बयान देने से पहले यह जान लेना चाहिए की जब अमेरिकी सैनिकों ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में घुसकर मार गिराया था उस वक़्त पाकिस्तान ने क्यों चुप्पी साध ली थी. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में आज एक संपादकीय में कहा गया है कि पाकिस्तान को सबसे पहले दुनिया को बताना चाहिए कि उसे अमेरिका के खिलाफ बोलने का साहस तब क्यों नहीं हुआ जब 2011 में उसके सैनिकों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था.

इसमें कहा गया है की ‘‘म्यांमार में ऑपरेशन से सीख लेने की बजाए पाकिस्तान भारत को चेता रहा है, पाकिस्तान के मुंह से इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती.’ मुखपत्र में कहा गया है, ‘अमेरिकी सैनिकों ने तुम्हारे ही खुद के घर में घुसकर ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतारा था और उसका शव भी अपने साथ ले गए थे. पहले इस बारे में दुनिया को बताओ कि उस वक्त एक शब्द भी क्यों नहीं निकला था.’ उग्रवादी समूहों को निशाना बनाने के लिए म्यांमार में सेना के सीमा पार के सफल अभियान की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान के गृह मंत्री निसार अली खान ने कहा था, ‘‘पाकिस्तान म्यांमार नहीं है, पाकिस्तान के खिलाफ जिनके गलत नसीहत हैं उन्हें ध्यान से सुनना चाहिए कि हमारी सेना किसी भी दुस्साहस का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।’

Related News