नई दिल्ली । देशभर मेें दहेज प्रथा का विरोध किया जाने लगा है। हालात ये हैं कि वर पक्ष के अधिक बिफर जाने और दहेज की अधिक मांग करने पर कई लड़कियां विवाह से इन्कार कर देती हैं। मगर महाराष्ट्र राज्य के विद्यालयीन पाठ्यक्रमों में बच्चों को जो पाठ पढ़ाया जा रहा है उसमें दुल्हन की बदसूरती की बात शामिल है। जिस पाठ में यह बताया गया है वह सरकार की दहेज विरोधी कोशिशों और दहेज का विरोध करने वालों को निराश कर रही है। दरअसल राज्य के हायर सेकंडरी स्कूल की सोशलाॅजी की पुस्तक में भारत की बड़ी सामाजिक समस्याऐं नामक पाठ्यक्रम लिखा गया है। इस पाठ में लिखा गया है कि यदि लड़की बदसूरत है और दिव्यांग है तो वह परिवार के लिए परेशानी बन जाती है। लड़की के परिजन को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और दूल्हा और उसके परिजन अधिक दहेज की मांग भी करते हैं। घर में अकेली होने पर ये 10 काम करती है लड़कियां सनकी प्रेमी ने क्लास रूम में घुसकर सबके सामने गर्लफ्रेंड के साथ किया घिनौना काम Video : 30 सेकंड में देखिए बचपन से बुढ़ापे तक कितना बदलता है महिला का चेहरा