माँ के बुलंद हौंसले ने बचाया दो माह के नवजात को

उदयपुर : उदयपुर से आ रही खबर के अनुसार मंगलवार को एक पेंथर के घातक हमले से तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उदयपुर के एक गांव में मंगलवार को सुबह के वक्त घटित हुई इस घटना के दौरान घर के आंगन में दो माह की नवजात बेटी को दूध पिला रही महिला जिसका नाम सदन है व उम्र (25) वर्ष है जिस पर पैंथर ने झपट्टा मारा तो उसने पहले नवजात को दूर फेंका और फिर उस खतरनाक पैंथर से मुकाबला करने लगी। इस दौरान महिला लहूलुहान हालत में करीब 10 मिनट तक संघर्ष करती रही।

महिला का साथ देने के लिए उसका पालतू कुत्ता भी पैंथर पर भौंकता और झपट्टा मारता रहा। महिला की चीखें सुनकर दौड़े आए जेठ वेला (33) ने भी पैंथर से संघर्ष किया। कुछ देर बाद ही वृद्ध गोमा (75) पुत्र अणदा भी पहुंचा। तीनों करीब 20 मिनट तक पैंथर से संघर्ष करते रहे। आखिर में पैंथर हार कर घर में घुस गया। संघर्ष में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को परसाद पीएचसी लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर कर दिया गया। नवजात सुरक्षित है। हालांकि, दूर फेंकने से उसे चोटें आईं। इधर, करीब सांत घंटे बाद दोपहर तीन बजे ट्रेंक्युलाइज कर पैंथर को पकड़ा गया। कुत्ते का शिकार करने के प्रयास में पैंथर घर में घुसा था।   इस घटना के बाद पैंथर घर से बाहर निकल कर किसी और पर हमला न कर दे इसके लिए चौकन्ने ग्रामीण हाथों मे लट्ठ लेकर घर की चौकसी में लगे रहे। हमले के बाद पैंथर करीब सात घंटे तक घर में घुसा रहा। वनविभाग की टीम 10 बजे पंहुची। करीब साढ़े पांच घंटे बाद दोपहर डेढ़ बजे उदयपुर से रेस्क्यू टीम आई। 3 बजे ट्रेंक्युलाइज कर पैंथर को निकाला गया। मकान के अन्य कमरे की दीवार में छेद कर कमरे में छुपे पैंथर की लोकेशन ट्रेस की गई। यहीं से टीम ने ट्रेंक्युलाइज कर पैंथर को करीब बीस मिनट बाद कमरे से निकाला गया। गांव वालो का कहना है की संभवत कुत्ते के शिकार के कारण यह पैंथर घर में घुस गया था. इन तीनो की बहादुरी से एक नवजात की जान भी बच गई नही तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।

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