तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है

तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है मैंने! तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने! दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल! दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने! मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम! यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा! मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी! कब्र में भी यह दिल धड़कता रह जब तक तुम्हें न देखूं! दिल को करार नहीं आता! अगर किसी गैर के साथ देखूं! तो फिर सहा नहीं जाता! माना की तुम जीते हो ज़माने के लिये! एक बार जी के तो देखो हमारे लिये! दिल की क्या औकात आपके सामने! हम तो जान भी दे देंगे आपको पाने के लिये! इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं! गम – ऐ – जुदाई से सब डरते हैं हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत! हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं! उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ! सामने न सही पर आस-पास हूँ! पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे! मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ! प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता! ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता! दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की! उसके बिना जिया नहीं जा सकता! मोहब्बत ऐसी थी कि उनको दिखाई न दी! चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी! चाहते नहीं थे उनसे दूर होना पर! दुरिया इतनी थी कि मिटाई न गयी! देखो मेरी आँखों में ख्बाब किसका है! देखो मेरे दिल में तूफ़ान किसका है! तुम कहते हो मेरे दिल के रास्ते से कोई नहीं गुज़रा! तो फिर यह पैरों के निशान किसके हैं!

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