संता जैसे ही घर लौटा पत्नी कॉलर पकड़ कर – आज कल फेसबुक पे बहुत शायरी डालते रहते हो? संता – अरे सोनियो वो तो मैं ऐसे ही ….. पत्नी – ये तेरी जुल्फें है या रेशम की डोर ये किसके लिए लिखा था.. संता – तुम्हारे लिए ही लिखा है, तेरी कसम.. पत्नी – . . . . तो रात को जब खाने में कोई रेशम की डोर निकल आती है तो इतना चिल्लाते क्यों हो