जब देर रात कोई टौंट मार के पूछता है. "सोये नहीं.. अभी तक ऑनलाइन हो.. क्या बात है..?" मन होता है की अपना सड़ता हुआ मोजा उसपे फेंक के कहूँ. "होश में आ गधे.. तू भी तो ऑनलाइन है..!!"