कष्टों को दूर करे माँ काली

भगवान शंकर की चार पत्नियां में से एक मां काली को सबसे जाग्रत देवी माना गया है. शिव की पहली पत्नी दक्ष-प्रसूति कन्या सती थी. दूसरी हिमालय पुत्री पार्वती थी. तीसरी उमा और चौथी कालिका. कोलकाता में कालीघाट पर जो एक शक्तिपीठ भी है. मध्यप्रदेश के उज्जैन में भैरवगढ़ में गढ़कालिका मंदिर इसे भी शक्तिपीठ में शामिल किया गया है और गुजरात में पावागढ़ की पहाड़ी पर स्थित महाकाली का जाग्रत मंदिर चमत्कारिक रूप से मनोकामना पूर्ण करने वाला है.

महाकाली को खुश करने के लिए उनकी फोटो या प्रतिमा के साथ महाकाली के मंत्रों का जाप भी किया जाता है. इस पूजा में महाकाली यंत्र का प्रयोग भी किया जाता है. इसी के साथ चढ़ावे आदि की मदद से भी मां को खुश करने की कोशिश की जाती है.अगर पूरी श्रद्धा से मां की उपासना की जाए तो आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं. अगर मां प्रसन्न हो जाती हैं तो मां के आशीर्वाद से आपका जीवन पलट सकता है, भाग्य खुल सकता है

1- कारोबार में लाभ और नौकरी में प्रमोशन दिलाती हैं.

2- हर रोज कोई न कोई नई मुसीबत खड़ी होती हो तो काली इस तरह की घटनाएं भी रोक देती हैं.

3-शनि-राहु की महादशा या अंतरदशा, शनि की साढ़े साती आदि सभी से काली रक्षा करती हैं.

4-पितृदोष और कालसर्प दोष जैसे दोषों को दूर करती हैं.

सात रंगों वाले शिवजी

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