गुर्दे की पथरी का दर्द बेहद खतरनाक होता है, इसके मरीजों की संख्‍या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है, लेकिन औषधियों के प्रयोग से इससे छुटकारा पाया जा सकता है/ गुर्दे की पथरी किडनी स्‍टोन गलत खानपान का परिणाम है, इसके मरीजों की संख्‍या लगातार वृद्धि रही है. गुर्दे की पथरी होने पर खतरनाक दर्द होता है. जब नमक एवं अन्य खनिज (जो मूत्र में मौजूद होते हैं) एक दूसरे के संपर्क में आते हैं तब शरीर में पथरी बनती है. कुछ पथरी रेत के दानों की तरह बहुत छोटे आकार के होते हैं तो कुछ मटर के दाने की तरह बड़ी होती है. सामान्यत पथरी मूत्र के द्वारा शरीर के बाहर निकल जाती है, लेकिन जो पथरी बड़ी होती है वह बहुत ही दिक़्क़त देती है. जानिए पथरी के उपचार के लिए 10 प्रमुख हर्ब्‍स के बारे में. काली मिर्च काली मिर्च भी गुर्दे की पथरी से मुक्ति दिलाती है, काली मिर्च का सेवन बेल पत्‍तर के साथ करने से दो सप्‍ताह में गुर्दे की पथरी पेशाब के रास्‍ते बाहर आ जाती है. इलायची इलायची भी गुर्दे की पथरी से छुटकारा दिलाती है. एक चम्‍मच इलायची, खरबूजे के बीज की गिरी, और दो चम्‍मच मिश्री एक कप पानी में डालकर उबाले फिर इसे ठंडा होने के बाद छानकर सुबह-शाम सेवन करने से पथरी पेशाब के रास्‍ते से बाहर आ जाती है. तुलसी की पत्‍ती गुर्दे की पथरी होने पर तुलसी के पत्‍तों का प्रयोग कीजिए. तुलसी के पत्तों में विटामिन बी होता है जो पथरी से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है. यदि विटामिन बी-6 को विटामिन बी ग्रुप के अन्य विटामिंस के साथ लिया जाये तो गुर्दे की पथरी के उपचार में बहुत मदद मिलती है. शोधकर्ताओं की मानें तो विटामिन बी की 100-150 मिग्रा की नियमित खुराक लेने से गुर्दे की पथरी ठीक हो जाती है. बथुआ बथुआ भी किड़नी स्‍टोन से मुक्ति दिलाता है. आधा किलो बथुआ ले फिर इसे 800 मिलि पानी में उबालें. अब इसे कपड़े या चाय की छलनी से छान लीजिए. बथुआ की सब्जी भी इसमें अच्छी तरह पीसकर मिला लीजिए. आधा चम्‍मच काली मिर्च और थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर दिन में 3 से 4 बार सेवन करे. इससे गुर्दे की पथरी निकल जाती है. जीरा किड्नी स्‍टोन को बाहर निकालने में जीरा बहुत असरकारी है. जीरा और चीनी को समान मात्रा में लेकर बारीक पीस ले , इस चूर्ण को एक-एक चम्‍मच ठंडे पानी के साथ रोज दिन में तीन बार सेवन करे. इससे बहुत जल्‍दी ही गुर्दे की पथरी से मुक्ति मिल जाती है चौलाई गुर्द की पथरी को गलाने के लिए चौलाई का उपयोग कीजिए. इसके अलावा चौलाई की सब्‍जी भी गुर्दे की पथरी से मुक्ति दिलाती है, यह पथरी को गलाने के लिये बेहद कारगर है. चौलाई को उबालकर धीरे-धीरे चबाकर सेवन करे. इसे दिन में 3 से 4 बार खाए. सौंफ सौंफ भी गुर्दे की पथरी के लिए कारगर उपचार है. सौंफ, मिश्री, सूखा धनिया इनको 50-50 ग्राम मात्रा में लेकर रात्रि में डेढ़ लीटर पानी में भिगोकर रख दीजिए, इसे 24 घंटे के बाद छानकर पेस्‍ट बना ले. इसके एक चम्‍मच पेस्‍ट में आधा कप ठंडा पानी मिलाकर पीने से पथरी पेशाब के रास्‍ते बाहर आ जाती है. बेल पत्र बेल पत्र पर जरा सा पानी मिलाकर घिस लें, इसमें एक साबुत काली मिर्च डालकर सुबह सेवन करे. दूसरे दिन काली मिर्च दो कर दें और तीसरे दिन तीन, ऐसे सात दिनों तक लगातार इसी तरह खाए. बाद में इसकी संख्‍या कम कीजिए, दो सप्ताह तक प्रयोग करने के बाद पथरी बाहर आ जायेगी. आंवला किड्नी स्‍टोन होने पर आंवले का सेवन लाभदायक होता है. आंवला का चूर्ण मूली के साथ खाने से गुर्दे की पथरी निकल जाती है. इसमें अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होता है जिसके कारण इन्हें गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है. इसलिए गुर्दे की पथरी होने पर आंवले का सेवन लाभकारी होता है.