आज है संकष्टी चतुर्थी, जानिए इसकी पूजा विधि

वर्ष 2021 की आखिरी संकष्टी चतुर्थी 22 दिसंबर दिन बुधवार को मनाई जाएगी. इस दिन सभी देवी-देवतों में प्रथम पूजनीय गणेश जी की आराधना की जाती है. ये चतुर्थी बुधवार के दिन पड़ रही है, जिसके कारण इसकी अहमियत और भी बढ़ गई है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, बुधवार का दिन गणेश जी को समर्पित है, इसलिए जो भी लोग इस दिन सच्चे मन से गणेश जी की विधि विधान से उपासना करेगा, गणेश जी उसकी सभी दिक्कतें हर लेंगे. आइए बताते हैं संकष्टी चतुर्थी की पूजा विधि के बारे में...

संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि:- 1- इस दिन आप सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाएं. 2- नहा कर साफ़ तथा धुले हुए वस्त्र धारण करें. इस दिन लाल रंग के कपड़े धारण करना बहुत शुभ माना जाता है. 3- गणेश जी की पूजा करते वक़्त लोगों को अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ रखना चाहिए. 4- गणेश जी की प्रतिमा को फूलों से अच्छी प्रकार से सजा लें. 5- पूजा में तिल, गुड़, लड्डू, फूल ताम्बे के कलश में पानी, धूप, चन्दन, प्रसाद के रूप में केला या नारियल रखें. 6- पूजा के समय मां दुर्गा की प्रतिमा अपने पास अवश्य रखें. ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है. 7- गणेश जी को रोली लगाएं, फूल एवं जल चढ़ाएं. 8- संकष्टी को गणपति बप्पा को तिल के लड्डू तथा मोदक का भोग लगाएं. 9- शाम के वक़्त चांद के निकलने से पहले गणेश जी की पूजा करें तथा संकष्टी व्रत कथा पढ़ें. 10- पूजा ख़त्म होने के पश्चात् प्रसाद बाटें. रात को चांद देखने के पश्चात् व्रत खोलें.

क्या आपकी भी कुंडली में कमजोर है सूर्य? तो पौष माह में करे ये कारगर उपाय

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर बन रहा है शुभ योग, जानिए ये जरूरी नियम

इन चीजों का बार-बार गिरना है बहुत ही अशुभ, जानिए इनके संकेत

Related News