आजकल स्वीमिंग करना फिजियोथैरेपी के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे पूल थैरेपी भी कहा जाता है. अनेक विशेषज्ञों का बताया है की ठीक तापमान वाले पानी में तैरना एक व्यायाम ही है, तैरने से वजन काम करने के साथ-साथ हाथ पैर आसानी से घुमाने में आसान रहता है. पानी में तैरना एक प्रकार से वाटर थैरेपी ही है, जिसे हम कार्डियोवैस्क्यूलर एक्सरसाइज भी कह सकते है. अन्य एक्सरसाइज की अपेक्षा तैराकी कई गुना ज्यादा फायदा पहुचती है. इसमें हाथ-पैरो के साथ-साथ पुरे शरीर की एक्सरसाइज होती है. तैराकी से बहुत से फायदे जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल, आर्थराइटिस आदि कई प्रकार की खतरनाक बीमारियो से छुटकारा पाया जा सकता है. तैरने वाले डिप्रेशन से भी दूर रहते है, साथ ही वजन काम होता है और हमारे शरीर को एक अच्छा आकर भी मिलता है.