हमें अपने जीवन में उन्नति हासिल करने के लिए किसी न किसी सहारा या मार्गदर्शन लेना बेहद जरूरी होता है.और इसी के माध्यम से हम एक अच्छा सफलतम जीवन व्यतीत कर पाते है .हमें अपने जीवन में यदि एक अच्छी पोजीशन प्राप्त करनी है तो कुछ नियमों का पालन करना होता .हमारे देश में कई ऐसे महापुरूष हुए हैं, जिनके जीवन और विचार से कोई भी व्यक्ति बहुत कुछ सीख सकता है. उनके विचार ऐसे हैं कि निराश व्यक्ति भी अगर उसे पढ़े तो उसे जीवन जीने का एक नया रास्ता मिल सकता है. इन्ही महापुरुषों में एक स्वामी विवेकानंद जी है जिनके अनुसार - 1. पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता, एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान. ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते है. 2. ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है. 3. उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तमु अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते. 4. जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है. 5. पवित्रता, धैर्य और उद्यम- ये तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूं. 6. लोग तुम्हारी स्तुति करें या निन्दा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न हो. 7. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है. 8. जब तक आप खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक आप भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते. 9. एक समय में एक काम करो , और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ. 10. जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी.