मुंबई : 1993 के मुंबई के आतंकी हमले के मास्टरमाइंड टाइगर मेनन ने अपने भाई को फांसी दिए जाने से करीब डेढ़ घंटे पहले अपनी मां और परिवार से बात की थी. 3 मिनट तक चली इस बातचीत में टाइगर मेमन ने अपने भाई की मौत का बदला लेने की बात कही है. इस फोन के बात अब पुलिस व सुरक्षा एजेंसिया चौकन्नी हो गई है. लगभग 22 साल बाद पुलिस ने इस आतंकी की बात सुनी है. यह फोन 30 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा याकूब की फांसी पर अंतिम मोहर लगाने के 40 मिनट बाद सुबह 5.35 बजे आया था. फोन मुंबई के माहिम स्थित अल हुसैनी बिल्डिंग से किया गया था. मां हनाफा से बातचीत में वह बार-बार याकूब के मौत का बदला लेने की बात कह रहा था. हनीफा के बाद टाइगर ने घर के एक अन्य सदस्य से बात की जिसमें उसने कहा कि "परिवार के आंसू बेकार नहीं जाएंगे". मुंबई पुलिस का कहना है कि कॉल वाइस ऑवर इंटरनेट प्रोटोकॉल के जरिए की गई. हालांकि कॉल के IP एड्रेस के बार-बार बदलने के कारण IP एड्रेस ट्रेस नहीं हो सका.