वेज्ञानिको की माने तो अंगूठे चूसने व नाखुन कुतरने वाले बच्चो में एलर्जी होने की संभावनाए काफी हद तक कम हो जाती है. हाल ही में हुए एक शोद में इस बात का दावा किया गया है. जिसके अनुसार, जिन बच्चो में अंगूठे चूसने व नाखुन कुतरने जैसी बुरी आदतें होती है. उनमे धूल के कण, घास, बिल्ली, कुत्ते और घोड़ें जैसी चीजों से एलर्जी होने की संभावनाए काफी हद तक कम हो जाती है. इस सन्दर्भ में शोधकर्ताओं द्वरा कहा गया है की, 'हम इन आदतों को प्रात्साहित किए जाने की सिफारिश नहीं करते हैं लेकिन इन आदतों के सकारात्मक पहलू भी सामने आए हैं.'