ज्योतिष के अनुसार गुरू अधिकतम शुभ शक्तिशाली और पराक्रमी ग्रह है. इसलिए गुरू की कृपा के बिना मानवीय जीवन में सकारात्मक एवं अच्छी चीजें घटित नहीं हो सकती. गुरू नकारात्मकता एवं बुरी चीजों को जीवन से बाहर फेंकता है. हर गुरूवार को स्नान करने के पश्चात पीला भगवा वस्त्र पहनकर 30 बार निम्न दिए मंत्र का जाप करें. देवानां च ह्रीशीमाम च गुरुम कंचन सन्निभम , बुद्धि भूतं त्रिलोकेशं ताम नमामि बृहस्पतिं ॐ ब्रूम बृहस्पतये नमः . 1-गुरूवार को पीले रंग के कपड़े पहने 2-यदि आप गुरू कमजोर अवस्था में है तो आप संदेही चरित्र या बुरी लत के शिकार लोगों के साथ दोस्ती न करें. 3-भगवान दत्तात्रेय की पूजा करें या आप अपने स्तर पर किसी भी आध्यात्मिक गुरू का चुनाव कर सकते हैं. 4-यदि आप किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाते हैं तो अपने साथ हमेशा पीले रंग का धागा या पीले रंग की वस्तु रखें. गुरुवार को करे ब्राम्हणो का सम्मान