इंडोनेशिया पर गहराया संकट दी सुनामी की चेतावनी

इंडोनेशिया में महसूस किये गये भूकम्प के झटके। अभी हालात नाजुक बताये गये हैं और अफरा-तफरी का माहौला भी जारी है। स्थानीय अधिकारियों कि मानें तो सुनावी का खतरा बढ़ गया है। भूगर्भ सर्वेक्षणकर्ताओं ने जानकारी देते हुए बताया है कि भूकंप कि यह हलचल एक बड़े खतरे का आगाज़ है।

बुधवार के दिन शाम को इंडोनेशिया में भूकम्प के झटके महसूस किये गये हैं। और यह झटके काफी तेज गति से महसूस हुए हैं। इसके बाद से ही जांच अधिकारियों कि जांच पड़ताल जारी है। इन झटकों को लेकर स्थानीय अधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह भूकम्प सुनामी का कारण बन सकता है।

इंडोनेशिया कि स्थिति इंडोनेशिया कि स्थिति प्रशांत क्षेत्र ‘अग्निवलय‘ पर स्थित है। अग्निवलय उस क्षेत्र को कहा जाता है जो भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील होता है। साल 2004 में हिंद महासागर में एक सुनामी आयी थी जिससे इंडोनेशिया में 1.70 लाख लोगो कि मरने कि खबर थी।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षणकर्ताओं के अनुसार इस भूकम्प को लेकर अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षणकर्ताओं ने भी इसकी जांच शुरू कर दी है इन्होने बताया है कि शाम 6 बजकर 50 मिनिट पर आए इस भूकंप की तीव्रता .79 मापी गई है। और आप को बता दें कि यह भूकम्प समुद्र में 10 किलोमीटर कि गहराई में आया था। और इसीलिए सुनावी का खतरा बढ़ गया है। भूकंप का केन्द्र देश के प्रमुख पश्चिमी द्वीप सुमात्रा के दक्षिण-पश्चिम स्थित मेनतावाई द्वीप समूह से कई सौ किलोमीटर की दूरी पर था। इस भूकम्प के कारण सुमात्रा के करीबी शहर पेडांग में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने-अपने घरों से निकलकर ऊंची जगहों की ओर भागने लगे।

स्थानीय भूंकप निगरानी एजेंसी बीएमकेजी ने सुनामी कि चेतावनी देते हुए पश्चिमी सुमात्रा, उत्तरी सुमात्रा, एसेह, बेंगकुलु और लंपुंग सहित सुमात्रा के विभिन्न हिस्सों को सर्तक किया है। और अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षणकर्ताओं ने कहा है कि भूंकप से किसी प्रकार के जान-माल की क्षति की आशंका बहूत ही कम है। उसने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि क्षेत्र में इससे किसी ढांचे के प्रभावित होने कि आशंका नहीं हैं।

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