दिल्ली में बसों की हड़ताल खत्म

नई दिल्ली : दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के चालकों ने मंगलवार को अपनी हड़ताल समाप्त कर दी। डीटीसी चालक अपने एक साथी की एक बाइक सवार द्वारा की गई पिटाई में हुई मौत के विरोध में हड़ताल पर थे। लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने चालकों पर आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा) लागू कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को मृत चालक के परिजनों से मुलाकात की और 10 लाख रुपये मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया।

दो दिन से जारी हड़ताल समाप्त होने पर उन 40 लाख से अधिक लोगों ने राहत की सांस ली, जो डीटीसी की 4,705 बसों के सड़क पर न उतरने के कारण सोमवार को परेशान थे। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "यह अधिसूचित किया जाता है कि हरियाणा आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा), 1974 दिल्ली के एनसीटी (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में लागू किया जाता है, जो दिल्ली के एनसीटी में डीटीसी कर्मियों को छह माह तक हड़ताल से रोकता है।"

सरकार ने कहा कि कुल 3,459 बसें मंगलवार को सड़क पर उतरीं। डीटीसी वर्कर युनिटी सेंटर के एक सदस्य तारा चंद ने अधिसूचना के बाद कहा, "हमने हड़ताल समाप्त कर दी है।" उल्लेखनीय है कि एक बाइक सवार बस चालक अशोक कुमार सिंह को अपने हेलमेट और बस में लगे एक छोटे अग्निशाम यंत्र से लगातार पीटता रहा। लहूलुहान सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

इसके बाद डीटीसी कर्मचारी संगठन ने हड़ताल की घोषणा कर दी। केजरीवाल ने मृतक के परिवार से मुलाकात के दौरान उनकी सभी मांगें मान ली। केजरीवाल ने कहा कि मृतक चालक की सेवानिवृत्ति अवधि तक उसका वेतन उसकी विधवा को दिया जाएगा। केजरीवाल ने परिवार के लिए 10 लाख रुपये तत्काल राहत देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी तथा मृतक की पत्नी के सभी चिकित्सा खर्च उठाने का वादा किया।

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