स्मारक के विरोध में महाराष्ट्र के नेता ने दिया अजीब तर्क, कहा- 'लता मंगेशकर राजनेता नहीं, ज़िंदा थी तो मुझे...'

मुंबई: बॉलीवुड में अपनी आवाज से सभी का दिल जीतने वाली सिंगर लता मंगेशकर के देहांत के पश्चात् उनकी मेमोरियल बनाने को लेकर राजनीति आरम्भ हो गई है। बीजेपी एवं कॉन्ग्रेस के नेता ने शिवाजी पार्क में लता मंगेशकर का स्मारक बनाने की माँग की है। वहीं, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे), शिवसेना तथा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने इसे सियासत से प्रेरित बताते हुए विरोध किया है।

वही बहुजन आघाडी के नेता तथा भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने बोला कि शिवाजी पार्क को पार्क ही रहने देना चाहिए, उसके कब्रिस्तान नहीं बनाना चाहिए। खेल मैदान में खेला जाना चाहिए तथा स्मारक के लिए कई जगह हैं। अंबेडकर ने बोला, लता मंगेशकर जीवित थी तो मुझे पूछना चाहिए था कि उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का गाना क्यों नहीं गाया। प्रकाश अंबेडकर ने बोला कि लता मंगेशकर ने ना बाबा साहेब के गीत गाए तथा ना ही सरदार पटेल एवं पंडित जवाहरलाल नेहरू के।

इसके साथ ही BJP MLA राम कदम तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने माँग की है कि दादर मौजूद शिवाजी पार्क में जहाँ लता मंगेशकर की अंत्येष्टि की गई है, वहीं उनका स्मारक बनाया जाए। राम कदम की माँग को शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने छींटाकशी बताया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने बोला, “हमारी पार्टी का और लता मंगेशकर जी का काफी गहरा रिश्ता था। उन्हें जो सम्मान मिलना चाहिए उसका पूरी तरह सम्मान करेंगे।” चतुर्वेदी ने कहा कि जब पूरा भारत उनके गम में गमगीन है, ऐसे में स्मारक की माँग करना ठीक नहीं है। इस प्रकार की चर्चा का यह सही वक़्त नहीं है।

Related News