फीस के पैसे नही होने पर स्कूल में उड़ा मजाक, बचपन में की दिहाड़ी मजदूरी, कुछ ऐसी है खली की कहानी

नई दिल्ली : विदेश में जाकर देश का नाम रोशन करने वाले इस रेसलर की असली कहानी जानकर आप भी  हैरान हो जाएंगे कि कैसे इस रेलर ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है. जी हां हम बात कर रहे है WWE के मशहूर रेसलर द ग्रेट खली की. जिनके पास स्कूल की ढाई रूपया फीस भरने तक के पैसे नही होते थे. जिसकी वजह से उन्हें स्कूल से बाहर कर दिया गया था. फिर उन्हें महज आठ साल की उम्र में पांच रूपये रोजाना कमाने के लिए गांव में माली की नौकरी करनी पड़ी थी.   बता दे कि खली का बचपन काफी बुरे दौर से गुजरा है. उन्होंने स्कूल छोड़ने के बाद दिहाड़ी मजदूरी तक की है. इसके साथ ही वह अपने ऊचे कद के कारण लोगो के हँसी का पात्र भी बने है. इन सबके बावजूद भी खली ने कुश्ती में पदार्पण किया और ऐसा कारनामा कर दिखाया जो किसी भारतीय ने नहीं किया था. भारत कि तरफ से डब्ल्यूडब्ल्यूई में पदार्पण करने वाले खली पहले भारतीय पहलवान बने है उनके ऊपर विनीत के बंसल ने एक किताब  'द मैन हू बिकेम खली' भी लिखी है. 

इस बात का खुलासा खुद खली ने किया है, बारिश नहीं होने से फसल सूख गई थी और हमारे पास फीस भरने के पैसे नहीं थे, उस दिन मेरे क्लास टीचर ने पूरी क्लास के सामने मुझे अपमानित किया. सभी छात्रों ने मेरा मजाक बनाया. इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि वह कभी स्कूल नहीं जाएंगे.

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