मोहन का इन्तेजार तो दस गाव की छोरिया कर रही है। पर मोहन का छोरियो का दिखना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। .. क्यों की ? मोहन तो अपने खेत में तुवर की बुआई कर रहा है। और मोहन का एक ही उसूल है न प्यार का जिक्र होगा और न प्यार की बात होगी। अब मोहब्बत जिससे भी होगी तुवर के कट जाने के बाद ही होगी।