तेरा ख्वाब़ पलकों में पुराना नहीं होता! तेरे बगैर मेरा मुस्कुराना नहीं होता! मिल जाती मंजूरे-नज़र मुझको जो तेरी, दर्द का यूँ जिन्द़गी में आना नहीं होता!