चैन्नई। तमिलनाडु राज्य की विधानसभा में एआईएडीएमके के विधायक दल के नेता पलानीसामी को शक्तिपरीक्षण का सामना करना होगा। उन्हें विश्वास मत हासिल करने के लिए 116 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है। मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा में डीएमके के वरिष्ठ नेता करूणानिधि नहीं जाऐंगे। दूसरी ओर विधायक अरूण कुमार ने पलानीसामी का विरोध करते हुए वोटिंग न करने की घोषणा की है। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद उनकी सीट भी खाली है। विश्वासमत की वोटिंग में स्पीकर द्वारा मत नहीं डाले जाऐंगे। जिसके कारण 230 सदस्य संख्या को लेकर शक्ति परीक्षण किया जाएगा। गौरतलब है कि पलानीसामी ने अपने समर्थन में 124 विधायकों के समर्थन की बात कही है। गौरतलब है कि पन्नीरसेल्वम का गुट शशिकला और पलानीसामी का विरोध कर रहा है। शशिकला को पार्टी महासचिव चुने जाने को लेकर भी पन्नीरसेल्वम ने विरोध जताया है। दूसरी ओर भारत निर्वाचन आयोग ने भी उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है। शक्ति परीक्षण के लिए कांग्रेस और अन्य दलों के नेता विधानसभा पहुंच गए हैं। एमके स्टालिन अपनी पार्टी की रणनीति तैयार कर रहे हैं। विरोधी पलानीसामी को विश्वास मत हासिल करने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं। शशिकला ने जेल जाने से पहले की न्यायालय से सुविधाओं की डिमांड शशिकला बनी कैदी नंबर 9234 पालानीसामी बने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री