राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने वाले लोगो को पीटना तालिबानी फैसला

अपने विवादित बोल और भड़कीले बयानों के कारण हमेशा सुर्ख़ियो में रहने वाले जाने माने निर्देशक रामगोपाल वर्मा भी सिनेमाघरों में राष्ट्रगान को लेकर चल रहे विवाद में कूद पड़े है. इस मुद्दे पर रामु ने भी अपनी राय जाहिर की है. रामगोपाल वर्मा ने मुंबई के एक थियेटर में एक मुस्लिम परिवार का राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने पर उन्हें सिनेमा हाल से बाहर निकलने के फैसले को तालिबानी हरकत करार दिया है.

आपको बता दे कि राष्ट्रगान फिल्म शुरू होने से पहले बजाया जाता है. रामगोपाल वर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि किसी भी चीज के लिए इज्जत दिल से ही की जाती है. उसे किसी पर भी थोपा नहीं जा सकता.

राष्ट्रगान के लिए किसी के खड़े न होने पर उसे पीटना एक तालिबानी हरकत है. आपको बता दे कि रामगोपाल वर्मा शूल, सत्या जैसी फिल्मो का निर्माण कर चुके है. राष्ट्रगान बजते समय किसी के खड़े न होने पर उसे पीटना असहिष्णुता ही माना जायेगा.

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