जीवन के प्रति सकारात्‍मक बनाते हैं रवींद्रनाथ टैगोर के विचार: 1. हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम उसे प्रेम करते हैं. 2. हम तब स्वतंत्र होते हैं जब हम पूरी कीमत चुका देते हैं. 3. कट्टरता सच को उन हाथों में सुरक्षित रखने की कोशिश करती है जो उसे मारना चाहते हैं. 4. मित्रता की गहराई परिचय की लम्बाई पर निर्भर नहीं करती . 5. जब मैं खुद पर हंसता हूं तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ कम हो जाता है. 6. हम महानता के सबसे करीब तब होते हैं जब हम विनम्रता में महान होते हैं. 7. मिटटी के बंधन से मुक्ति पेड़ के लिए आज़ादी नहीं है.