तवज्जो के मोहताज़

मशरूफ रहने का अंदाज़  तुम्हें तनहा ना कर दे ग़ालिब,  रिश्ते फुर्सत के नहीं  तवज्जो के मोहताज़ होते हैं...।

 

Related News