तन से टूटे मन से रूठे धन उनके पास नहीं है। आंख और कान का संयोग जब बुद्धि से टूटे समझो जिंदगी में तरक्की की कोई आस नहीं है। कहें दीपक धिमी असहज जिंदगी से असमय ही पतन की तरफ इंसान जाता है, अपनाये जो योग साधना वह तर जाता है, ओम का जाप होता जहां स्वर्ग का वास वहीं है।