तीन लाख लोगों की हत्या के दोषी सूडान के राष्ट्रपति बशीर, जल्द हो सकते है गिरफ्तार

जोहानिसबर्ग : सूडान के राष्ट्रपति उमर अल-बशीर पर मुसीबतो के बादल मंडरा रहे है. उमर अल-बशीर पर गिरफ्तारी का संकट छा गया है.  फिलहाल बशीर अफ्रीकी संघ के दो दिवसीय सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका में हैं.  बशीर को इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) ने 2009 में दारफुर नरसंहार मामले में युद्ध अपराध का दोषी पाया है. आईसीसी के प्रमुख सिदीकी काबा ने बताया है कि दक्षिण अफ्रीका को चाहिए कि वह सूडान के राष्ट्रपति को हिरासत में लेकर अंतरराष्ट्रीय न्यायलय को मजबूती प्रदान करे.  गिरफ्तारी वारंट को मानने में कोई देरी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने इस पर भी परेशानी व्यक्त कि बहुत सारे राष्ट्र ऐसे मुद्दो में साथ नहीं दे रहे है.  इसके बाद प्रिटोरिया (दक्षिण अफ्रीका) हाईकोर्ट ने रविवार को आदेश जारी किया कि राष्ट्रपति बशीर को कोर्ट की इजाजत की अनुमति लिए बिना देश से बाहर नहीं जाने दिया जाए.  न्यायलय के निर्णय का आधार विधि अधिकार ग्रुप साउथ अफ्रीकन लिटिगेशन सेंटर का आवेदन था.

कौन हैं बशीर उमर हसन अहमद अल-बशीर सूडान की सेना में ब्रिगेडियरके पद पर कार्यरत थे. उन्होंने 1989 में प्रधानमंत्री सादिक अल-मेहदी के खिलाफ फौजी विद्रोह किया था. बशीर ने विद्रोह के बाद सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया. मेहदी दक्षिण सूडान के विद्रोहियों से वार्ता कर हल निकलना चाहते थे लेकिन बशीर ने उनके विरोध में काम किया था. बशीर ने 1993 में स्वयं को राष्ट्रपति के रूप में घोषित किया था. सत्ता हथियाने के बाद उन्हें तीन बार राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था. बशीर को 2009 में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के द्वारा युद्ध अपराधी घोषित किया गया था. बशीर से पहले किसी की भी देश के राष्ट्रपति को अपराधी घोषित नहीं किया गया. बशीर पहले अपराधी घोषित किये जाने वाले राष्ट्रपति है. बशीर पर आरोप है की दारफुर में संघर्ष के दौरान तीन लाख लोगों को मरवाने के जिम्मेदार वे है.

पूर्व में भी की है विदेश यात्राये आरोप सिद्ध हो जाने के बाद भी बशीर विदेश यात्राये किया करते थे.  लेकिन बशीर कभी भी किसी आईसीसी के सदस्य देश की यार्ता पर नहीं गए थे.  यही वजह थी इसलिए बशीर पर गिरफ्तारी का दबाव नहीं था. बशीर पहली बार दक्षिण अफ्रीका गए हैं. दक्षिण अफ्रीका आईसीसी का सदस्य है.  जोहानिसबर्ग में अधिकारियों ने इस बात से साफ़ इंकार कर दिया है कि बशीर दक्षिण अफ्रीका में है. लेकिन साउथ अफ्रीकन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन ने ट्वीट में बताया है कि दक्षिण अफ्रीकी अधिकारियों ने सूडानी राजनयिकों का अपने राष्ट्र  में स्वागत किया है.  सूडान ने भी इस यात्रा पर सहमति जताई है.

 

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