हुड़दंग मचाना और स्टंटबाजी करना इस्लाम नहीं सिखाता

नई दिल्ली : जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने इस बात पर चिंता जताई है कि शब-ए-बारात के दौरान सड़कों पर होने वाली स्टंटबाजी और हुड़दंगई गलत है। उन्होने स्टंटबाजी करना इस रात की अहमियत के खिलाफ है।

यह इबादत की रात होती है न कि हुड़दंग मचाने की। इमाम ने कहा कि यह कानून और शरियत की रात होती है। पेरेंट्स को इस पर ध्यान देने की सलाह देते हुए बुखारी ने कहा कि शरियत में कहीं नहीं लिखा है कि इस दौरान गैर मुसलमानों के मोहल्ले में जाकर शोर मचाई जाए।

बता दें कि 22 मई यानि रविवार को शब-ए-बारात है। फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम ने इस दिन की अहमियत को बताते हुए कहा कि यह पैगंबर मोहम्मद के समय से मनाया जा रहा है। अल्लाङ इस रात सारी दुआओं को कबूल करता है।

इस रात अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस दिन कई युवक रात को दूसरे मोहल्ले में जाकर हुड़दंगई करते है। इसमें कई युवकों ने अपनी जान तक गवाई है।

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