नई दिल्ली। देश की राजधानी में प्रदूषण की रोकथाम के लिए सरकार ने ऑड-इवन तो लागू कर दिया लेकिन इसका कोई भी फायदा नजर नही आ रहा है। बल्कि राजधानी की हवा दिनोंदिन और अधिक दूषित होती जा रही है। शहर की हवा की गुणवत्ता सोमवार को भी जस की तस बनी रही। अधिकारियों ने पाया कि हवा में कुछ प्रदूषकों की मात्रा तय सीमा से 7 से 8 गुना बढ़ी है। इसका कारण वायुमंडलीय कारक हो सकते है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के प्रत्येक घंटे के आधार पर दिए जाने वाले अपडेट में पार्टिकुलेट मैटर 2.5 और पार्टिकुलेट मैटर 10 का स्तर सुबह के बाद से बढ़ता दिखाई दिया। दोपहर एक बजे पार्टिकुलेट मैटर 2.5 241 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर था। आनंद विहार और आर के पुरम में दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की निगरानी में पीएम 2.5 की मात्रा क्रमश: 563 और 590 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज की गई। ये हानिकारक सूक्ष्म कण श्वसन तंत्र और रक्त वाहिनियों में प्रवेश के लिहाज से बेहद खतरनाक है। कल के प्रदूषण का स्तर कई तय सीमाएं लांघ गया।