स्टीव जॉब्स की ये बातें, आपकी सोच बदल देंगी

दुनिया में मोबाइल फ़ोन में रेवोलुशन का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वे कोई और नहीं स्टीव जॉब्स ही है. स्टीव जॉब्स की पूरी ज़िंदगी ही किसी सफलता की किताब से कम नहीं है, उनका बचपन काफी संघर्षपूर्ण तरीके से बीता था. उनके पास पढ़ाई के लिए भी पैसे नहीं होते थे, तो वे नौकरी करके अपना खर्चा निकालते थे. एप्पल जैसी महान कम्पनी की शुरुआत करने वाले स्टीव जॉब्स आज ही के दिन 5 अक्टूबर 2011 को इस दुनिया से बिदा हो गए थे. 2003 में उन्हें पैंक्रियाटिक कैंसर की बीमारी हुई और उनका निधन हो गया.

लेकिन आज भी लीडरशिप के लिए बताई गई उनकी बातें किसी प्रेरणा से कम नहीं है. उनकी नज़र में एक लीडर कैसा होना चाहिए, आइये जानते है-

-एक लीडर और एक फॉलोवर में यही अंतर होता है कि लीडर हमेशा कुछ ना कुछ नया करता है और फॉलोवर उसकी बातों का अनुसरण करता है.

-सफलता का जश्न मानना अच्छी बात है, लेकिन असफलताओं से सीख लेना उससे भी ज्यादा जरुरी है. -बहुत से काम करने से अच्छा है कि एक काम को बेहतरीन तरीके से किया जाए. ज्यादा से अच्छा बेहतर होता है.

-अगर आप किसी काम को अच्छे तरीके से करना चाहते है तो उससे प्यार करें.

-अच्छे कलाकार आईडियों की नक़ल करते है. महान कलाकार आईडिया चुरा लेते है. तो किसी भी आईडिया को अपनाने में शर्म कैसी?

-कोई काम अगर कठिन या असम्भव लगने लगे तो अपने आप से कहिये कि आप कर सकते है. फिर उसको कैसे करना है इसके बारे में सोचिये, आप पाएंगे कि काम पूरा हो गया है.

-अगर आपके पास समय कम है तो किसी और की ज़िंदगी जीने के बजाय वो करें जो आपको अच्छा लगे. सफलता जरूर मिलेगी.

-अपनी टीम को यह बताना भी जरुरी है कि क्या नहीं करना है.

-मेरे लिए अमीर होना जरुरी नहीं है, बस जब रात को सोएं तो इस बात की संतुष्टि मिले कि आज कुछ नया किया है.

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