महिलाओं के पहनावे पर नेताओं के विवादित बोल..

आज पूरे देश में महिलाओं के पहनावे को लेकर बहस छिड़ी हुई है! लेकिन रेप जैसी दुस्साहसी घटना के लिए महिलाओं के पहनावे को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता! यदि ऐसा ही है तो फिर 2-3 साल की मासूम बच्चियों से दरिंदगी नहीं होती! लेकिन हम आपका ध्यान खींचना चाहते हैं कि जो लोग सदन में  बैठे हुए हैं!  जिनके हाथ में देश की, महिलाओं की सुरक्षा का जिम्मा है! कानून बनाने का जिम्मा है वे ही लोग महिलाओं की अपने तल्ख बयानों से अपमान करते हैं! इनमें केवल सत्ताधारी पार्टी नहीं बल्कि सभी पार्टियों ने नेता, जनता के रक्षक पुलिस वाले और न्याय करने वाली खाप पंचायतें शामिल है! सवाल उठता है जब महिलाओं को सुरक्षा देने वाले ये तीनों स्तम्भ ही महिला की इज्जत नहीं करते और महिलाओं के खिलाफ संकीर्ण मानसिकता रखते हैं, तो महिला को सुरक्षा कौन देगा?

 
नेताओं के बयान जो महिलाओं के कपड़ों को रेप के लिए जिम्मेदार मानते हैं ! शुरुआत, मोदी सरकार के मंत्रियों से .......
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चहेते और हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने मनोहर लाल खट्टर ने भी महिलाओं के पहनावे और आज़ादी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि यदि महिलाओं को आजादी चाहिए तो वे नग्न क्यों नहीं घूमते! यदि लड़कियां शालीन कपड़े पहनेंगी तो कोई लड़का गलत नजर से उन्हें नहीं देखेगा!
 
वहीं हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के गढ़ गुजरात की नई मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने राज्य में ऐसे पोस्टर लगवाए जिसमें महिलाओं को जींस न पहनने की हिदायत दी जा रही है! गोवा से बीजेपी के मंत्री सुदीन धवालीकर ने महिलाओं के बारे में विवादित बयान देते हुए कहा था कि महिलाओं को यदि अपनी सुरक्षा करना है तो उन्हें बीच पर बिकनी पहन कर नहीं जाना चाहिए और न ही पब में छोटी स्कर्ट पहनना चाहिए!
 
मध्य प्रदेश से सत्तारुढ़ बीजेपी से उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी महिलाओं के कपड़ों को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी! विजयवर्गीय ने कहा था कि महिलाओं को ऐसे कपड़े पहनना चाहिए जिससे उनके प्रति श्रद्धा बढ़े न कि उनके छोटे कपड़ों से उत्तेजना पैदा हो!
 
कांग्रेस सांसद और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने भी महिलाओं के मेकअप और पहनावे को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी! दिल्ली गैंग रेप की महिला प्रदर्शंकारियों का माजाक उड़ाते हुए अभिजीत ने कहा था कि मैं जानता हूं कि छात्र कैसे होते हैं। वो बहुत सुंदर महिलाएं, जो मेकअप से पुती हुई और सजी-धजी हैं, टीवी पर इंटरव्यू दे रही हैं वो छात्राएं नहीं हैं। ये लोग पहले कैंडल मार्च निकालते हैं फिर पब चले जाते हैं!
 
समाजवादी पार्टी के नेता अबु आजमी ने कहा फैशन और कम कपड़े पहनने की वजह से ही बलात्कार की घटनाएं होती हैं। वहीं तृणमूल कांग्रेस के विधायक चिरंजीत ने भी माना कि लड़कियों के छोटे कपड़े पहनने के कारण ही उनसे छेड़छाड़ और रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं! एनसीपी नेता आशा मिर्जे ने महिला होने के बावजूद भी कहा कि महिलाओं की पोशाक, उनका व्यवहार और उनका गलत जगहों पर होने की वजह से उनका बलात्कार होता है! 
वहीं हाल ही में उत्तर प्रदेश की पुलिस ने भी लड़कियों के जींस पहनने और मोबाइल रखने को रेप और छेड़खानी का कारण बताया! इसके साथ ही साथ विभिन्न खाप पंचायतें भी लड़कियों के जींस पहनने और मोबाइल रखने पर पाबंदी लगा रही हैं! हाल ही में मुंबई के नालंदा कॉलेज ने भी लड़कियों को मर्यादित कपड़ों में कॉलेज आने का फरमान सुनाया!

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