15 साल से पुराने वाहनों पर लग सकता है बैन

जिस तरह दुनिया भर में भारत अपनी जनसंख्या के कारण ऑटोमोबाइल का सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरा है, उसी प्रकार इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि भारत में चलने वाले वाहन दुनिया में प्रदूषण फैलाने का काम कर रहे है।

इसी को ध्यान में रखते हुए इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स सोसायटी (एसआईएम) ने 15 साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी वाहनों को बैन करने का निर्णय लिया है। उम्मीद है कि इससे भारत में प्रदूषम का स्तर कम हो जाएगा।

एसआईएम ने इसके लिए भारत सरकार व संबंधित विभाग से आग्रह किया है। एसआईएम की 57वीं सलाना बैठक में एसआईएम के कोऑर्डिनेटर और अशोक लीलैंड के सीईओ विनोद के दसरी ने गुजारिश की है कि नेशनल ऑटोमेटिव बोर्ड का गठन किया जाए।

इस बोर्ड का काम भरात सरकार के लिए प्रदूषण को कम करने के लिए पॉलिसी बनाना होगा। बीते एक वर्ष में कई पॉलिसियां बनाई गई है औऱ उसे ततकालप्रभाव से लागू भी किया गया है। इससे ऑटो मोबाइल सेक्टर काफी प्रभावित हुई है।

मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत इस क्षत्र में व्यापार करना और भी आसान हो गया है। इस कार्यक्रम में नीति आयोग के अमिताभ कंट भी मौजूद रहें। उन्होने कहा कि 100 पर्सेंट एमिशन औऱ बिना डीजल व पेट्रोल से चलने वाले वाहनों पर जोर दिया है।

उनका कहना है कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि भारत बिना डीजल-पेट्रोल से चलने वाल ेवाहनों को बनाने में उपर हो।

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