कर्मचारी को चांटा मारने वाले मंत्री को माफ़ी, सीएम ने कहा छोटा है अपराध

पणजी : एक कर्मचारी को थप्पड़ मारने के आरोप में जेल में बंद गोवा के पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर फ्रांसिस्को मिकी पचेको को गोवा सरकार ने माफ करने का निर्णय लिया है. यही नहीं, इस फैसले को सही ठहराते हुए डिप्टी चीफ मिनिस्टर फ्रांसिस डिसूजा ने कहा कि किसी सरकारी कर्मचारी को थप्पड़ मारना एक छोटा-सा अपराध है. हालांकि, पचेको की रिहाई पर गवर्नर को आखिरी फैसला लेना है. डिसूजा ने कहा, कैबिनेट ने मिकी (पेचेको का दूसरा नाम) को छोड़ने के फैसले को मंजूरी दे दी है.

आईपीसी में क्राइम लिस्ट के अनुसार यह माइनर ओफेंस (छोटा अपराध) है. साथ ही उन्होंने कहा कि कानून में सजा देने से ज्यादा सुधार के लिए होना चाहिए. गुरुवार को गोवा कैबिनेट ने गवर्नर मृदुला सिन्हा को सुझाव दिया कि पचेको को माफ कर दिया जाए. गवर्नर को कैबिनेट ने पूर्व मंत्री की ओर से भेजी गई मर्सी पिटीशन को भेजा. हालांकि, एप्लिकेशन अब भी पेंडिंग है. सरकार के इस फैसले का एक्टिविस्ट के अलावा विरोधी दलों के नेताओं ने विरोध किया है. एक्टिविस्ट एरिस रॉडिग्स ने भी गवर्नर को लेटर लिख कर मांग की है कि दोषी मिनिस्टर की पिटीशन को खारिज कर दिया जाए, क्योंकि उनके खिलाफ और भी क्रिमिनल केस चल रहे हैं.

एरिस ने कहा, यह जस्टिस का मजाक है. सरकार ने माफी का सुझाव दिया है, लेकिन गवर्नर को यह नहीं बताया गया है कि पूर्व मंत्री के खिलाफ कितने क्रिमिनल केस चल रहे हैं. वह लगातार क्राइम करते रहे हैं. पचेको ने 2006 में इलेक्ट्रसिटी डिपार्टमेंट के जूनियर इंजीनियर कपिल नाटेकर को थप्पड़ मार दिया था. इसी मामले में कोर्ट ने उन्हें 6 महीने कैद की सजा सुनाई. मुजरिम करार दिए जाने के बाद पचेको को रूरल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री से इस्तीफा भी देना पड़ा था। इस मामले में वह दो महीने फरार थे. जब मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा तय की, तब उन्होंने एक जून को सरेंडर किया. बीजेपी की सहयोगी पार्टी गोवा विकास पार्टी के नेता पेचेको के ऊपर अपनी गर्लफ्रेंड को सुसाइड के लिए उकसाने का भी आरोप लगा है.

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