अगरतला : 4 जनवरी 2005 को सरकार के क्वार्टर के सेप्टिक टैंक से एक महिला का कंकाल निकला था. इस मामले की जांच हुई लेकिन इसकी रिपोर्ट प्रकाशित नहीं की गई. अब इसी को लेकर त्रिपुरा के भाजपा प्रभारी सुनील देवधर ने विपक्ष के खिलाफ नए सिरे से जंग का एलान करते हुए राज्य के नए मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब से अपील की है कि मंत्रियों के सभी क्वार्टर में उनके रहने से पहले सेप्टिक टैंकों की सफाई करा लें क्योंकि हो सकता है कि वहां कंकाल छिपाए गए हों. उन्होंने आरोप लगाया कि ,सीपीएम हत्याओं की पार्टी है और हो सकता है कि उन्होंने सेप्टिक टैंकों में कंकाल छिपाए हों. देवधर ने ट्विटर पर कहा, ‘‘मैं त्रिपुरा के नये मुख्यमंत्री बिप्लव से अनुरोध करता हूं कि सभी मंत्रियों के क्वार्टर में रहना शुरू करने से पहले उनके सेप्टिक टैंकों को साफ करवा लें. यह याद होना चाहिए कि 4 जनवरी 2005 को पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार के सेप्टिक टैंक से एक महिला का कंकाल निकला था लेकिन इस मामले को जानबूझकर दबा दिया गया. गौतलतब है कि त्रिपुरा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने वाम दलों की सत्ता को उखाड़ते हुए ऐतिहासिक जीत के साथ सूबे में सरकार बनाई है और बिप्लव कुमार देब को मुख्यमंत्री नियुक्त किया है मगर इस जीत के असली शिल्पकार भाजपा प्रभारी सुनील देवधर ही है. त्रिपुरा: शून्य से शिखर के पीछे बस एक नाम मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब का पहला बयान, न खाऊंगा और ना खाने दूंगा त्रिपुरा की युवा सरकार को विपक्ष के अनुभव की दरकार- पीएम मोदी